चहक CHAHAK क्या है? Top New FLN Program in 2022

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चहक CHAHAK प्रोग्राम क्या है?

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चहक (CHAHAK) – Children Having Happiness in Ambiance and Acquiring Knowledge.

chahak meaning in english

  •  चहक {chahak} = TWEET(Noun)
  •  Usage : We heard the “tweet tweet” of the birds in the woods.
  • चहक {chahak} = TWITTER(Noun)
  • Usage : I heard the twitter of the birds in the morning.
  • official website of education department of India- https://www.education.gov.in/en
चहक
चहक

चहक का अर्थ हिंदी में क्या है / chahak meaning in hindi / chahak name meaning

  1. चहकने की क्रिया।
  2. चिड़ियों का चह-चह शब्द

सरकारी प्रारंभिक स्कूलों में पहली कक्षा में दाखिला लेने वाले बच्चों को किताबों का बोझ न देकर खेलों के जरिए शिक्षा से जोड़ा जाएगा। इसके लिए सरकारी स्कूलों में जल्द ही पहली कक्षा के बच्चों के लिए तीन माह का स्कूल रेडिनेस कार्यक्रम चहक की शुरुआत की जाएगी।

बच्चों को पहले तीन महीने के कोर्स में खेल-खेल में मैं और मेरा परिवार, स्मृति वाले खेल, सृजनात्मक गतिविधियां, बिंदु मिलान, कहानियों की किताबें देखने, कहानी सुनाने और सुनने, खिलौनों और ब्लॉक्स से खेलना, मोतियों को पिरोना, चित्रों पर बीज रखना जैसे उनकी रुचि के खेल बताए जाएंगे। ताकि वे स्कूल आने से डरे नहीं, बल्कि रुचि से स्कूल आना शुरू करें।

चहक कार्यक्रम के तहत हर प्राइमरी स्कूलों में पहली कक्षा के बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षक को नोडल शिक्षक के रूप में प्रशिक्षित किया गया है। प्रशिक्षित शिक्षक पहली कक्षा में नामांकित बच्चों को स्कूल की तैयारी संबंधी गतिविधियों व क्रिया कलापों का संचालन करेंगे। जिसमें बच्चे शामिल होंगे। इससे बच्चे स्कूल के प्रति तैयार हो सकेंगे और उनका जुड़ाव स्कूलों से होगा। गतिविधियों में भाग लेने से पहली कक्षा के बच्चे स्कूल के माहौल में ढलने तथा अपने सहपाठियों से सामंजस्य बनाने में मदद मिलेगी।

स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम क्या है?

स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम में (IN SCHOOL READINESS) – निपुण भारत के निम्नलिखित तीन लक्ष्यों को रेखांकित करते हुए 12 सप्ताह का गतिविधि कैलेंडर तैयार किया गया है जिसके आधार पर वर्ष 2022-23 में विद्यालय स्तर पर कक्षा एक में उक्त का क्रियान्वयन किया जाना है। 

स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम कक्षा एक में संचालन हेतु दिशा निर्देश निम्नवत हैं-

विद्या प्रवेश सप्ताह 1

  • प्रत्येक विद्यालय के कक्षा एक में नोडल अध्यापक के पास संबंधित कैलेंडर का होना आवश्यक है।
  • छात्र नामांकन के साथ नोडल अध्यापक यह भी सुनिश्चित करेंगे, कि प्रत्येक दिवस छात्रों के साथ गतिविधियां संपादित करते हुए उन्हें संलग्न रखें जिससे कि छात्र उपस्थित नियमित रहे।
  • उक्त कैलेंडर को दीक्षा पोर्टल में प्री प्राइमरी के अंतर्गत पाठ्यपुस्तक के अंतर्गत अपलोड किया गया है।अध्यापक दीक्षा पोर्टल के माध्यम से प्रत्येक सप्ताह के कैलेंडर को चार्ट पेपर पर स्वयं बना सकते हैं,अथवा संलग्न कैलेंडर की छाया प्रति प्राप्त करते हुए क्रियान्वयन कर सकते हैं।
  • गतिविधि संचालित करने संबंधी निर्देश (संलग्न दो में है)।
  •  विद्यालय तैयारी संबंधी विद्या प्रवेश माड्यूल के दिशा निर्देशों के क्रम में 12 सप्ताह का गतिविधि कैलेंडर एससीआरटी एवं सहयोगी संस्थानों की सहायता से तैयार करके संलग्न के रूप में प्रेषित किया जा रहा है।
  •  प्रधान अध्यापक यह सुनिश्चित करेंगे कि उक्त हेतु किए गए व्यय का भुगतान विद्यालय ग्रांट से किया जाए।

3 माह के स्कूल रेडीने बाल वाटिका कार्यक्रम की उपयोगिता से अभिभावकों को जागरूक करने के उद्देश्य से चहक(CHAHAK) कार्यक्रम दो चरणों में आयोजित किया जाएगा।

प्रथम चरण  – प्रधान अध्यापक के सहयोग से नोडल अध्यापक कक्षा एक में नामांकित समस्त बच्चों के अभिभावकों एवं शिक्षित युवाओं को भी जोड़ते हुए शिशु मित्र के रुप में आमंत्रित करें।यह ध्यान रखा जाए कि अभिभावकों में माताएं अवश्य प्रतिभाग करें।

विद्यालय तैयारी कार्यक्रम की आवश्यकता एवं महत्व से जागरूक कराते हुए अभिभावकों के साथ पारस्परिक सौहार्द पूर्ण संबंध स्थापित करते हुए उनसे अपेक्षा की जाएगी- A-अभिभावक बच्चों को नियमित विद्यालय भेजेंगे ।B-अभिभावक समय-समय पर घर में बच्चों से विद्यालय में सीखी गई गतिविधियों के बारे में पूछेंगे। प्रथम चरण के कार्यक्रम में कक्षा 1 के अभिभावकों के साथ-साथ ग्राम स्तर पर प्रभावशाली व्यक्ति/वरिष्ठ नागरिक/ सेवानिवृत्त अध्यापक आदि एवं शिक्षित युवाओं को भी जोड़ते हुए शिशु मित्र के रुप में आमंत्रित करें।उनके द्वारा ग्राम स्तर पर समुदाय एवं अभिभावक को जागरूक करने में सहयोग लिया जाए

द्वितीय चरण – उक्त का आयोजन स्कूल रेडिनस /12 सप्ताह के गतिविधि कैलेंडर के संपन्न हो जाने के पश्चात आयोजित किया जाए। कक्षा एक में नामांकित समस्त छात्रों के अभिभावकों को विद्यालय बुलाकर उनके बच्चों द्वारा पिछले 3 माह में सीखी गई विभिन्न गतिविधियों का प्रदर्शन किया जाए।अध्यापक/अध्यापिका द्वारा अभिभावकों को बच्चों के प्रगति से अवगत कराया जाएगा।

बच्चों द्वारा अपने अभिभावकों के सम्मुख कविता पाठ,कहानी सुनाना,रोलप्ले आदि कौशलों का प्रदर्शन कराया जाए।जिससे उनमें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता एवं आत्मविश्वास विकसित हो सके।उक्त दिवस को उत्सव के रूप में मनाया जाए यथा अभिभावकों के साथ छोटे-छोटे खेल आयोजित करते हुए प्रोत्साहित किया जाए।समस्त छात्रों को पारितोषिक देते हुए उनका उत्साहवर्धन किया जाए।

चहक(CHAHAK) के अंतर्गत छात्रों का आकलन कैसे करना है ?

तीन माह के गतिविधि आधारित विद्यालय तैयारी कार्यक्रम प्रारंभ करने के साथ ही नोडल शिक्षक द्वारा छात्र के संज्ञानात्मक स्वास्थ्य संबंधी विभिन्न बिंदुओं (भाषा, संख्या) का आकलन किया जाना है। इस हेतु नोडल अध्यापक –

1.द्वितीय आकलन के पश्चात छात्र की प्रगति एवं संभावित सुझावों का अंकन अध्यापक द्वारा A4 साइज के कागज पर संकेतांकों के साथ किया जाएगा।उक्त प्रपत्र छात्र के पोर्टफोलियो में सम्मिलित किया जाएगा।

2.12 सप्ताह के गतिविधि कैलेंडर की समाप्ति के पश्चात पुनः छात्र की प्रगति का आकलन पूर्व के समान दिए गए संकेतन को पर किया जाए।

4.स्कूल रेडीनेस के अंतर्गत कक्षा 1 में 12 सप्ताह के गतिविधि कैलेंडर के संचालन से संबंधित विभिन्न हितधारकों के कार्य एवं दायित्व।

3.प्रेक्षण(Observation)द्वारा संलग्न संकेतांकों पर छात्र का आकलन तीन श्रेणियों में किया जाएगा। आकलन करते समय यह विशेष ध्यान रखा जाए कि छात्र उक्त से संज्ञानित ना हो पाए एवं सामान्य गतिविधियों में सम्मिलित रहे। (संलग्न तीन)

चहक(CHAHAK)के अंतर्गत कार्य एवं दायित्व क्या है?

उप शिक्षा निदेशक प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के कार्य एवं दायित्व-

  •  एoआरoपीo, जिला समन्वयक,एसoआरoजीo द्वारा मासिक समीक्षा बैठक में 12 सप्ताह के गतिविधि कैलेंडर को कक्षा 1 में सफलतापूर्वक संचालन करने हेतु समीक्षा करते हुए आवश्यक नेतृत्व प्रदान किया जाए।
  • डायट मेंटर्स की सहायता से गतिविधि कैलेंडर संचालन किए जाने का अनुश्रवण कराते हुए समय-समय पर डायट मेंटर्स के साथ समीक्षा की जाए।

मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक के कार्य एवं दायित्व-

  • मंडलीय जनपद में गतिविधि कैलेंडर को सफलतापूर्वक संचालित कराने हेतु आवश्यक नेतृत्व प्रदान करते हुए प्रतिमाह जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की जाए।
  •  राज्य स्तर पर प्रशिक्षित मंडलीय रिसोर्स पर्सन जिनका प्रशिक्षण दिनांक 23 से 26 मार्च 2022 के मध्य किया गया है के माध्यम से मंडली जनपदों के उन्मुखीकरण का कार्य पूर्ण किया जाए।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के कार्य एवं दायित्व–

  •  राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा प्रेषित गतिविधि कैलेंडर एवं संबंधित निर्दोषों का यथावत प्रत्येक विद्यालय में उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।

जनपद स्तर पर कक्षा 1 में संचालित 12 सप्ताह के स्कूल रेडिनस गतिविधि कैलेंडर के अनुसार उन्हें तीन सदस्य अनुसरण समिति का गठन किया जाए,जिसमें जिला समन्वयक प्रशिक्षण, नोडल एसoआरoजीo एवं डायट मेंटर नामित किए जाएंगे।

विद्यालय में प्रधानाध्यापक के कार्य एवं दायित्व-

  • कक्षा एक के नोडल अध्यापक को गतिविधि कैलेंडर की रंगीन छाया प्रति दिए गए निर्देशों के क्रम में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।
  • बच्चों के लिए स्कूल तैयारी गतिविधियों के संचालन के लिए एक संयुक्त योजना तैयार करने में शिक्षक और आंगनवाड़ी कार्यकत्री का सहयोग करेंगे।
  • आंगनबाड़ी के 5 से 6 वर्ष के बच्चे व कक्षा एक के बच्चों हेतु बाहरी खेल एवं स्वतंत्र खेल की संयुक्त गतिविधियों के लिए उपयुक्त स्थान एवं समय निर्धारण करने हेतु आंगनबाड़ी कार्यकत्री के साथ समन्वय स्थापित करेंगे।
  • माता-पिता से नामांकन एवं नियमित उपस्थिति के महत्व को बताते हुए घर पर लगातार सहयोग प्रदान करने हेतु चर्चा करेंगे।
  • प्रधान अध्यापक कक्षा 1 का समय समय पर अनुश्रवण करते हुए अनुसमर्थन प्रदान करेंगे।
  • परिसर में अवस्थित आंगनबाड़ी केंद्रों में भी समय-समय पर अनुश्रवण करते हुए केंद्र में उपलब्ध विभिन्न संसाधनों के प्रयोग हेतु कार्यकत्री को सहयोग प्रदान करेंगे।
  • कक्षा एक के उन अभिभावकों से लगातार संपर्क में रहेंगे जिनके बच्चे नियमित उपस्थित नहीं हो पा रहे हैं ऐसे अभिभावकों की काउंसलिंग करते हुए उन बच्चों की उपस्थिति नियमित कराने का प्रयास करेंगे।
  •  स्कूल रेडिनस से प्रशिक्षित शिक्षक को कक्षा एक हेतु नोडल के रूप में नामित करेंगे।
  • गतिविधि कैलेंडर के लिए आवश्यक संसाधनों के रूप में चार्ट पेपर, क्रेयान ,A4 साइज पेपर रिम आदि कक्षा 1 हेतु उपलब्ध कराएंगे।इसके लिए सीएसआर का सहयोग लेने के साथ ही स्कूल ग्रांट का प्रयोग करेंगे।
  • शिक्षक एवं आंगनवाडी कार्यकत्री को मार्गदर्शन एवं सहयोग प्रदान करेंगे।

नोडल शिक्षक संकुल के कार्य एवं दायित्व –

  • नोडल शिक्षक संकुल द्वारा कक्षा 1 के नोडल अध्यापकों के साथ प्रत्येक 15 दिवस में विद्यालय अवधि के पश्चात बैठक करते हुए विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा करने के साथ उनकी प्रिच्छाओं एवं जिज्ञासा का निराकरण करेंगे।उक्त बैठक ऑनलाइन मोड पर भी की जा सकती है।
  • प्रधानाध्यापक द्वारा अपने विद्यालय में 12 सप्ताह के गतिविधि कैलेंडर के अनुसार कक्षा 1 में गतिविधि संचालित की जाए,यह भी सुनिश्चित करेंगे।
  • को – लोकेटेड आंगनवाड़ी केंद्रों में आरंभिक साक्षरता एवं अंकीय दक्षता (early numeracy and early literacy) की संयुक्त गतिविधियों पर आंगनवाड़ी कार्यकत्री व प्रधानाध्यापक का क्षमता संवर्धन करेंगे।
  • नोडल शिक्षक संकुल अपने संकुल के सभी विद्यालयों में यह सुनिश्चित कराएंगे कि 12 सप्ताह के गतिविधि कैलेंडर सभी विद्यालयों में संचालित किया जा रहा हो।
  • प्रधानाध्यापक के माध्यम से कक्षा एक में बच्चों की उपस्थिति नियमित करना सुनिश्चित करेंगे।
  • समय-समय पर आवश्यकता के अनुसार प्रधान अध्यापकों का उत्साह वर्धन करते हुए अच्छे कार्य करने वाले प्रधानाध्यापकों एवं नोडल शिक्षक को चिन्हित करते हुए सम्मानित भी करेंगे।

नोडल अध्यापक के कार्य एवं दायित्व-

  • उक्त नोडल अध्यापक बच्चों के साथ पूरे समय कार्य करते हुए गतिविधि कैलेंडर की समस्त गतिविधियों का संचालन स्वयं करेगा।
  • बाल वाटिका कैलेंडर में दी गई गतिविधियों के अनुसार स्थानीय सामग्री से T.L.M बनाएगा।
  •  स्कूल रेडिनस पर प्रशिक्षित नोडल अध्यापक द्वारा कक्षा 1 में 12 सप्ताह के गतिविधि कैलेंडर का संचालन किया जाएगा।
  • नोडल अध्यापक को यह सुनिश्चित करना होगा कि बाल वाटिका के लिए बनाए गए कैलेंडर के अनुसार ही बच्चों को गतिविधियां कराई जा रही हैं।

एoआरoपीo के कार्य एवं दायित्व-

  •  ए.आर.पी. 12 सप्ताह के गतिविधि कैलेंडर के संचालन हेतु नोडल अध्यापक की क्षमता संवर्धन करते हुए सहयोग प्रदान करेंगे एवं सहयोगात्मक पर्यवेक्षण (सपोर्टिव सुपरविजन) सुनिश्चित करेंगे।

ए आर पी बाल वाटिका में 12 सप्ताह के गतिविधि कैलेंडर के क्रियान्वयन हेतु संयुक्त गतिविधियों के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ती के क्षमता संवर्धन में सहयोग करेंगे।

सी.डी.पी.ओ. के कार्य एवं दायित्व-

  • सीडीपीओ द्वारा को लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों हेतु संयुक्त गतिविधियों के संचालन में समय-समय पर सहयोग देते हुए निर्देश दिए जाएं।
  • आंगनबाड़ी कार्यकत्री कैलेंडर के अनुसार बच्चों को गतिविधियां करवा रही हैं या नहीं यह सुनिश्चित करेंगे।
  • को लोकेटेड आंगनवाड़ी केंद्रों में आरंभिक साक्षरता एवं उनकी अध्यक्षता की संयुक्त गतिविधियों पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री व प्रधानाध्यापक के मध्य समन्वय स्थापित कराने में सहयोग देंगे।
  • सीडीपीओ द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों में आयु वर्ग 5 से 6 वर्ष के बच्चों हेतु आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का समय समय पर अभिमुखीकरण कराने के साथ पर्यवेक्षण भी सुनिश्चित कराएंगे।
  • सीडीपीओ सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में यह सुनिश्चित कराएं की गतिविधि कैलेंडर का क्रियान्वयन हो रहा है या नहीं।
  • आवश्यकता अनुसार मुख्य सेविका व आंगनबाड़ी कार्यकत्री का क्षमता वर्धन करेंगे।
  • आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को केंद्र में बच्चों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित कराने हेतु प्रेरित करेंगे।

आंगनवाड़ी कार्यकत्री के कार्य एवं दायित्व –

  • संयुक्त गतिविधियों के संचालन में कक्षा 1 के शिक्षकों को सहयोग प्रदान करेंगे।
  • ईसीसीई दिवस पर प्रधानाध्यापक और नोडल शिक्षक को आमंत्रित करेंगे।
  • गतिविधियों के लिए टी.एल.एम. का प्रयोग करेगी।
  •  नोडल अध्यापक के साथ समन्वय स्थापित करते हुए अभिभावक बैठक का आयोजन करेगी जिसमें आंगनवाड़ी केंद्र के 5 से 6 वर्ष के बच्चों के अभिभावक सम्मिलित हो।
  • आईसीडीएस द्वारा दिए गए गतिविधि कैलेंडर के अनुसार गतिविधि कराएंगे। प्री स्कूल किट में दिए गए रिसोर्सेज का प्रयोग करेंगे ।
  • नोडल टीचर के साथ समन्वय स्थापित करते हुए कक्षा 1 व आंगनवाड़ी केंद्र के 5 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए संयुक्त गतिविधि का आयोजन करेंगी।
  • प्रधान अध्यापक और नोडल शिक्षक के साथ नियमित संपर्क एवं समन्वय बनाए रखेंगे।

अनुश्रवण एवं अनु समर्थन –

  • राज्य स्तर पर अनुश्रवण हेतु प्रत्येक जनपद को निर्धारित समयावधि में रिपोर्ट उपलब्ध कराने हेतु तकनीकी प्लेटफार्म का प्रयोग करते हुए निर्देशित किया जाएगा। इसके साथ ही प्रत्येक विद्यालय को समय-समय पर सहयोग उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जनपद एवं विकास खंड के माध्यम से आवश्यक सामग्री का प्रेषण किया जाना प्रस्तावित है।उक्त हेतु जनपद को शीघ्र ही अलग से विस्तृत निर्देश प्रदान किए जाएंगे।
  • जनपद स्तर पर समय-समय पर तकनीकी का प्रयोग करते हुए प्रत्येक विद्यालय में कार्यक्रम संचालन संबंधी अनुश्रवण किया जाएगा। इसके लिए जिला समन्वयक एमआईएस द्वारा सहयोग प्रदान किया जाएगा।
चहक कार्यक्रम PDF – Download
Most Important Question and Answer
  1. चहक गतिविधि को कुल कितने विकास के क्षेत्रों में बाँटा गया है ?

Answer- 4

2. चहक गतिविधि को कौन -कौन से विकास के क्षेत्रों में बाँटा गया है ?
Answer- a. शारीरिक विकास
b. भाषा विकास
c. संख्यात्मक विकास एवं पर्यावरणीय जागरूकता
d.सामाजिक एवं भावनात्मक विकास

 

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