New Education Policy 2020 / नई शिक्षा नीति क्या है ? Free Pdf

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New Education Policy / नई शिक्षा नीति जाने से पहले हम यह जानते हैं की एजुकेशन पॉलिसी क्या है? और शिक्षा नीति किसे कहते हैं? 

What is Education Policy / शिक्षा नीति किसे कहते हैं ? 

बच्चों के समग्र विकास बुनियादी सुविधाएं और उचित शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए सरकार द्वारा जो नीति बनाई जाती है उसे शिक्षा नीति / Education Policy कहा जाता है इस नीति के अंतर्गत सरकार द्वारा एक समिति का गठन किया जाता है जो समिति हमारे देश में शिक्षा व्यवस्था का आकलन करती है और उसमें जो सुधार की आवश्यकता होती है उसे वह दिखाती है

Education Policy के द्वारा एक पैटर्न तैयार किया जाता है उच्च शिक्षा पैटर्न को पूरे देश में लागू किया जाता है इसलिए इसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति / National Education Policy कहा जाता है भारत में सबसे पहला शिक्षा नीति 1986 में राजीव गांधी के समय लाया गया था जिसके बाद उच्च शिक्षा नीति में तीन बार संशोधन किया गया

पुरानी शिक्षा नीति और New Education Policy 2020 में क्या अंतर है?

शिक्षा के ऊपर पहले जितनी भी नीतियां आई वह मुख्य रूप से शिक्षा के विस्तार के मुद्दे पर केंद्रित थी 1986 के राष्ट्रीय शिक्षा नीति / National Education Policy जिसे 1992 (एनपीआई 1986/92) में संशोधित किया गया था, के अधूरे काम को इस नीति द्वारा पूरा करने का भरपूर प्रयास किया गया इसके बाद सन 2009 में नई शिक्षा नीति/New Education Policy  का एक संशोधन हुआ जिसमें निशुल्क और अनिवार्य शिक्षा मुख्य बिंदु रहा जिसने सार्वभौमिक प्रारंभिक शिक्षा सुलभ कराने हेतु कानूनी आधार उपलब्ध करवाय

New Education Policy 2020 में क्या है / नई शिक्षा नीति क्या है?

भारत सरकार द्वारा 29 जुलाई 2020 को शिक्षा के क्षेत्र में एक नई नीति लाया गया जिसे  भारतीय शिक्षा नीति / National Education Policy 2020 का नाम दिया गया। यह नीति! सन 1986 के शिक्षा नीति के बाद लाई गई  दूसरी नीति है। यह नीति अंतरिक्ष विज्ञानी की कुश्ती रंजन के अध्यक्षता वाली समिति के रिपोर्ट पर आधारित है।

सन 1986 में राजीव गांधी के सरकार थी उस समय 1986 शिक्षा नीति से लेकर अब 2020 में नई शिक्षा नीति लागू हुई है। यानी कुल 34 वर्ष बाद। हमारे देश भारत में एक नई शिक्षा नीति लागू की गई। यह कमेटी सन 2016 में बनाई गई जिसके अध्यक्ष। अंतरिक्ष विज्ञानी के कस्तूरीरंगन को बनाया गया। उन्होंने जो प्रस्ताव सरकार को दिया। उसे 29 जुलाई 2020 को सरकार ने लागू किया।

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शिक्षा मंत्रालय 

1985 में मानव संसाधन विकास मंत्रालय जिसे शिक्षा मंत्रालय कहा जाता था नाम बदलकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय किया गया था जिसे फिर से 2020 में शिक्षा मंत्रालय कर दिया गया

राष्ट्रीय शिक्षा नीति / National Education Policy 2020 के आधार सिद्धांत क्या है? 

शैक्षणिक प्रणाली का उद्देश्य अच्छे इंसानों का शवकास करना है – जो तकण संगत शवचार और कायण करने में सक्षम हो, जसमें करुणा और सहानुभूशत, साहस और लचीलापन, वैज्ञाशनक शचंतन और रचनात्मक कल्पनािक्ति, नैशतक मूल्य और आधार हों। इसका उद्देश्य ऐसे लोगों को  तैयार करना है जोशक अपने संशवधान द्वारा पररकक्तल्पत – समावेिी, और बहितावादी समाज के शनमाणर् में बेहतर तरीके से योगदान करे। 

एक अच्छी शैक्षणिक संस्था वह है जसमें प्रत्येक छात्र का स्वागत किया जाता है और उसकी देखभाल की जाती है, जहां एक सुरक्षित और प्रेरणादायक शिक्षण वातावरण मौजूद होता है, जहां सभी छात्रों को सीखने के लिए विविध प्रकार के अनुभव उपलब्ध कराए जाते हैं और सीखने के शिए अच्छे बुशनयादी ढांचे और उपयुक्त संसाधन उपलब्ध हैं। ये सब हासिल करना प्रत्येक शिक्षा संस्थान का लक्ष्य होना तथापि साथ ही विभिन्न संस्थानों के बीच और शिक्षा के हर स्तर पर परस्पर सहज जुडाव और समन्वय आवश्यक है। 

मूलभूत सिद्धांत जो बडे स्तर पर शिक्षा प्रणाली और साथ ही व्यक्तिगत संस्थानों दोनों का मार्गदर्शन करेंगे, ये हैं: 

  1. हर बच्चे की विशिष्ट क्षमताओं की विकृति पहचान और उनके विकास हेतु प्रयास करना शिक्षकों और अभिभावकों को क्षमताओं के प्रति संवेदनशील बनाना जिससे वे बच्चों की अकादमी और अक्षमता में उसके सर्वांगीण विकास पर भी ध्यान दें
  2. बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान को सर्वाधिक प्राथमिकता देना जिससे सभी बच्चे कक्षा तीन तक साक्षरता और संख्या ज्ञान जैसे सीखने के मूलभूत कौशलों का हासिल कर सके
  3. लचीलापन ताकि शिक्षार्थियों में उनके सीखने के तौर तरीके और कार्यक्रमों को चुनने की क्षमता हो और इस तरह वे अपने प्रतिभा और दोषियों के अनुसार जीवन में अपना रास्ता चुन सकें
  4. कला और विज्ञान के बीच पाठ्यक्रम और पाठ्यचर्या की विधियों के बीच व्यावसायिक और शैक्षणिक धाराओं आदि के बीच कोई स्पष्ट अलगाव ना हो जिससे छात्र क्षेत्रों के बीच हानिकारक ऊंच नीच और परस्पर दूरी एवं आश्रम वैधता को दूर किया जा सके
  5. सभी ज्ञान की एकता और अखंडता को सुनिश्चित करने के लिए एक बहू विषयक दुनिया के लिए विज्ञान समाजिक विज्ञान काला मानविकी और खेल के बीच एक बहू विषयक और समग्र शिक्षा का विकास
  6. एक मजबूत जीवंत सार्वजनिक शिक्षा प्रणाली में पर्याप्त निवेश साथ ही सच्चे परोपकारी निजी और सामुदायिक भागीदारी को प्रोत्साहन और सुविधा
  7. शिक्षा एक सार्वजनिक सेवा है गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच को प्रत्येक बच्चे का मौलिक अधिकार माना जाना चाहिए
  8. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और उसके विकास के लिए उत्कृष्ट अस्तर का सूट
  9. भारतीय जोड़ों और गौरव में बंधे रहना और जहां प्रासंगिक लगे वहां भारत की समृद्ध और विविध प्राचीन और आधुनिक संस्कृति और ज्ञान प्रणालियों और परंपराओं को शामिल करना और उसे प्रेरणा पाना
  10. शैक्षणिक विशेषज्ञों द्वारा निरंतर अनुसंधान और नियमित मूल्यांकन के आधार पर प्रगति की समीक्षा
  11. शिक्षकों और शंकाओं को सीखने की प्रक्रिया का केंद्र मानना उस की भर्ती और तैयारी की उत्कृष्ट व्यवस्था निरंतर व्यवसायिक विकास और सकारात्मक कार्य बताबरण और सेवा की स्थिति
  12. स्कूली शिक्षा से उच्च शिक्षा तक रोके शिक्षा पाठ्यक्रम में तालमेल प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल तथा शिक्षा से
  13. शैक्षणिक प्रणाली में अखंडता पारदर्शिता और संसाधन कुशलता ऑडिट और सार्वजनिक प्रकटीकरण के माध्यम से सुनिश्चित करने के लिए एक हल्का लेकिन प्रभावी नियामक ढांचा साथ ही साथ सत्यता सुशासन और स्पष्टीकरण के माध्यम से नवाचार और out-of-the-box विचारों को प्रोत्साहित करना
  14. स्कूली शिक्षा से उच्च शिक्षा तक सभी स्तरों के शिक्षा पाठ्यक्रम में तालमेल प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल तथा शिक्षा से
  15. सभी शैक्षणिक कार्यों की आधारशिला के रूप में पूर्ण समय था और समावेशन साथ में शिक्षा को लोगों की पहुंच और सामर्थ्य के दायरे में रखना यह सुनिश्चित करने के लिए सभी छात्र शिक्षा प्रणाली में सफलता हासिल कर सकें
  16. सभी पाठ्यक्रम शिक्षा शास्त्र और नीति में स्थानीय संदर्भ की विविधता और स्थानीय परिवेश के लिए एक समान हमेशा ध्यान में रखते हुए एक शिक्षा एक समवर्ती विषय है
  17. अवधारणा समाज पर जोड़ ना कि रतन तक पद्धति और केवल परीक्षा के लिए पढ़ाई
  18. रचनात्मक और तार्किक सोच तार्किक के निर्णय के लेने और नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए
  19. नैतिकता माननीय और सैद्धांतिक मूल्य से सहानुभूति दूसरों के लिए सम्मान स्वच्छता शिष्टाचार लोकतांत्रिक भावना सेवा की भावना सार्वजनिक संपत्ति के लिए सम्मान वैज्ञानिक चिंतन स्वतंत्रता जिम्मेदारी बोलता समानता और न्याय
  20. बहुभाषिकता और अध्ययन अध्यापन के कार्य में भाषा की शक्ति को प्रोत्साहन
  21. जीवन कौशल जैसे अपनी संवाद सहयोग सामूहिक कार और लचीलापन
  22. सीखने के लिए सतत मूल्यांकन पर जोड़ इसके बजाय कि साल के अंत में होने वाले परीक्षा को केंद्र में रखकर शिक्षण हो जिससे कि आज की कोचिंग संस्कृति को ही बढ़ावा मिलता है
  23. तकनीकी के यथासंभव के ऊपर जोड़ अध्यापन अध्यापन कार्य में भाषा संबंधी बाधाओं को दूर करने में दिव्यांग बच्चों के लिए शिक्षा को 16 बनाने और शैक्षणिक नियोजन और प्रबंधन में
  24. सभी पाठ्यक्रम शिक्षण शास्त्र और नीति में स्थानीय संदर्भ की वैधता और स्थानीय परिवेश के लिए एक समान हमेशा ध्यान में रखते हुए शिक्षा एक प्रति विषय है

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 / National Education Policy का मुख्य उद्देश्य क्या है ?

इस राष्ट्रीय शिक्षा नीति का विजन भारतीय मूल में विकसित शिक्षा प्रणाली है जो सभी को उत्तर गुणवत्ता शिक्षा उपलब्ध कराकर और भारत को वैज्ञानिक ज्ञान महाशक्ति बनाकर भारत को एक जीवंत और न्याय संगत ज्ञान समाज में बदलने के लिए प्रत्यक्ष रूप से योगदान करेगी नई शिक्षा नीति 2020 के तहत स्कूलों में 10 प्लस टू प्रोग्राम के स्थान पर 5 + 3 + 3 + 4 को शामिल किया गया है इसी पैटर्न पर बच्चों को पूर्ण शिक्षा प्रदान किया जाएगा

  1. शिक्षा नीति में छात्रों में रचनात्मक सोच कर कि कि निर्णय और ना विचार की भावना को प्रोत्साहित करना
  1. छात्रों को जरूरी कौशलों एवं ज्ञान से लैस करना और विज्ञान अकादमी क्षेत्र टेक्नोलॉजी और इंडस्ट्रीज में कुशल लोगों की कमी को दूर करते हुए देश को ज्ञान आधारित सुपर पावर के रूप में पुणे रूपेना स्थापित करना
  1. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का उदय शिक्षा की पहुंच गुणवत्ता व अन्य शिक्षा समानता और उत्तर दायित्व जैसे मुद्दे पर विशेष ध्यान देना है 
  1. भाषाई बाधाओं को दूर करने दिव्यांग छात्रों के लिए शिक्षा को सुगम बनाने के लिए तकनीकी के प्रयोग को बढ़ावा देने पर इसमें बल दिया गया

नई शिक्षा नीति 2020 / National Education Policy में 5 + 3 + 3 + 4 क्या है? 

नई Education Policy 2020 में 5 + 3 + 3 + 4 का मतलब यह है कि अब 12वीं कक्षा तक की शिक्षा चार स्टेज में कर दी जाएगी पहला 5 वर्ष शिक्षा फाउंडेशन स्टेज में उसके बाद की 3 साल की शिक्षा प्रीप रेटरी स्टेज दूसरा 3 साल मिडिल स्टेज और अंतिम 4 वर्ष सीनियर सेकेंडरी स्टेज में आएगा

जैसा कि यहां दी गई आकृति में दिया गया है

Education Policy
नई_शिक्षा_नीति _2020

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Most Important Question and Answer
  1. एन.ई.पी. 2020 किसके विकास पर विशेष जोर देता है?

Answer- प्रत्येक व्यक्ति की रचनात्मक क्षमता पर जोर देना

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